हरीतिमा से भरपूर धरती पर ही हम जल और जीवन की कल्पना कर सकते हैं और वर्तमान में यही हरीतिमा पृथ्वी से दूर होती जा रही है. हमारी अतिभोगीवादिता का परिणाम आज भयंकर सूखे, जल विभीषिका, बढ़ते तापमान और खत्म होती नदियों व जंगलों के रूप में हमारे सामने है. समस्या विकराल है, परंतु यदि आज भी संयुक्त रूप से एक सार्थक कदम वातावरण संरक्षण की ओर उठाया जाये तो परिस्थितियां धीमे धीमे ही सही पर बदल सकती हैं.
पर्यावरण संवर्धन
की दिशा में कुछ ऐसी ही पहल करते हुए टीम गोमती सेवा ने मोहम्मदी खीरी के अंतर्गत
रवीन्द्रनगर मियांपुर गौशाला के अंतर्गत पौधारोपण किया. यह गौशाला अभी तक भी
वृक्षों की छाया से वंचित रही है. इस गौशाला में 100 से अधिक गौवंश हैं, परन्तु
उन्हें धूप अथवा वर्षा से बचाव के लिए केवल एक ही टिन शेड है, जो सभी गौवंश के शरण
लेने के लिहाज से उपयुक्त नहीं है. टीम गोमती के उपाध्यक्ष श्री बख्शीस सिंह ने जिले
में गौशालाओं की दयनीय अवस्था पर दुःख प्रकट करते हुए अपने विचार प्रस्तुत करते
हुए कहा कि
“जिले में गौशालाओं की स्थिति वाकई बेहद विकट है, कई गौशालाओं में वृक्ष नहीं हैं, जिससे इस भयंकर गर्मी में गौ माताएं प्राण त्याग देती है. गौशालाओं में हरियाली लाने के मंतव्य से ही आज हमारी टीम ने मियांपुर गौशाला में पौधारोपण किया.”
गौशाला में शुध्द
पर्यावरण एवं छाया के उद्देश्य से टीम गोमती सेवा ने 5 पौधे रोपे, जिनके उचित
संरक्षण का जिम्मा गौशाला में तैनात कर्मियों को सौंपा गया है. साथ ही टीम गोमती
के मैनेजमेंट कर्ता व मीडिया प्रभारी ओ. पी. मौर्या ने बताया कि जिला प्रशासन को
इन गौशालाओं का समय समय पर निरीक्षण करना ही चाहिए, जिससे स्थितियां बेहतर हो
सकें.
इस पौधारोपण के अवसर पर टीम गोमती से मनदीप सिंह, बक्शीश सिंह, अनूप बाजपेयी, ओ. पी.मौर्या के साथ गौशाला के कर्मी प्रेम ढाली, दिलीप व बुध्देश्वर आदि लोग मौजूद रहे.